अप्रत्याशित उपहार

ज़क्कई

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वीडियो के विषय में :

यह कहानी जक्कई की है, जो एक चुंगी लेने वाला था जिसे लोग पसन्द नहीं करते थे। उसकी बेईमानी के लिए उसका आमना-सामना यीशु से होता है। यीशु द्वारा उसके घर आने के पश्चात् जक्‍कई अपने विगत जीवन के प्रति दुःख प्रगट करता है। तथा जो धन उसने बेईमानी से चुराया था उसे लौटाने का चुनाव करता है तथा वह निर्धन लोगों के प्रति दयालु बन जाता है।

यह कहानी जक्‍कई के हृदय के आश्‍चर्यजनक परिवर्तन को दर्शाती है जो लालच से दयालुता में बदल गया। यह उसके धन को वापस लौटाने तथा निर्धनों की सहायता करने की प्रतिज्ञा पर विशेष प्रकाश डालती है जिससे के लोग यीशु के विषय में जानने के लिए और अधिक जिज्ञासु हो गए।

विचार करने योग्‍य प्रश्न :

  1.  आप ऐसा क्‍यों सोचते हैं कि जक्‍कई यीशु को देखना चाहता था?

  2. अधिकांश लोग चुंगी या कर लेनेवालों को पसन्‍द नहीं करते थे, किन्तु यीशु फिर भी जक्‍कई के घर जाना चाहता था। यीशु वहाँ क्‍या करने की आशा कर रहा था?

  3. क्‍या आप सोचते हैं कि जक्‍कई का हृदय वास्तव में बदल गया था?

कहानी की पृष्‍टभूमि :

  • चार गुना लौटाना एक आर्थिक दण्‍ड नहीं है। इससे शिकार हुए व्‍यक्ति को आशीष देने तथा उसके साथ एक विशेष सम्‍बन्‍ध स्‍थापित करने की एक रीति या तरीका माना जाता था।

  • निर्धनों को देना यीशु की शिक्षाओं में से एक शिक्षा यह प्रदर्शित करने के लिए थी कि व्यक्ति का हृदय परमेश्वर की ओर हो गया है (मत्‍ती 19:21, मरकुस 10:21; लूका 11:41, 12:33)

हवाला - लूका 19:1-10