भाग जाने वाला

योना

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वीडियो के विषय में :

परमेश्वर ने योना से नीनवे नगर जाने को कहा था, किन्तु योना वहां नहीं जाना चाहता था। जो इस्राएली और अश्‍शूरी लोग नीनवे में रहते थे वे एक दूसरे के शत्रु थे। इसलि‍ए, योना परमेश्वर के सामने से भागा। वह अधिक से अधिक जितनी दूर सम्भव हो सके उतनी दूर जाना चाहता था इसलिए वह तर्शीश नगर जाने के लिए एक जलयान पर सवार हो गया। परमेश्वर क्रोधित  था, अतः उसने समुद्र में भयानक तूफान उत्पन्न किया जिससे उस जहाज के टूटने और डूबने का संकट उत्पन्न हो गया जिसमें योना यात्रा कर रहा था। मल्‍लाह और चालक दल अपनी जान बनाने के लिए अपने देवताओं को पुकारने लगे, जहाज को डूबने से बचाने के लिए उन्होंने जहाज का माल समुद्र में फेंक दिया। मल्लाहों ने योना से भी अपने परमेश्वर को पुकारने की विनती की। किन्तु योना जानता था कि प्रार्थमा करना पर्याप्त नहीं है क्‍योंकि उसे मालूम था कि वह नीनवे नहीं गया इसलि‍ए परमेश्वर उसे क्रोधित था।
योना ने मल्लाहों से कहा कि से उसे जहाज से उठाकर समुद्र में फेंक दें। उसे समुद्र में फेंकते ही तुरंत समुद्र शान्त हो गया। किन्तु परमेश्वर ने योना को जीवित निगलने के लिए समुद्र में एक विशाल मछली को भेजा और योना उसके पेट में तीन दिन और तीन रात रहा। योना के सहायता के लिए परमेश्वर को पुकारा और परमेश्वर ने उसकी बिनतियों को सुना। मछली ने योना को सूखी भूमि पर उगल दिया। 
परमेश्वर ने पुनः योना को नीनवे जाने को कहा। इस बार योना ने सुना। सम्पूर्ण नीनवे नगर में योना इस भविष्‍यवाणी को चिल्‍लते हुए घूमा कि परमेश्वर ने उससे कहा है कि ‘‘चालीस दिन के बीतने पर नीनवे नगर उलट दिया जाएगा।’’ 
नीनवे के राजा ने योना की बात पर विश्‍वास किया तथा उसने अपने नगर के लोगों से परमेश्वर के सामने पश्चात्‍ताप करने को कहा। परमेश्‍वर ने उनकी पुकार सुनी तथा नीनवे को नष्ट नहीं किया।

विचार करने योग्‍य प्रश्न :

  1.  परमेश्वर ने योना से नीनवे जाने को क्‍यों कहा?

  2. नीनवे जाने के बजाय योना कहाँ गया?

  3. क्योंकि नीनवे नहीं गया तब परमेश्वर ने क्या किया?

  4. नीनवे नगर में योना ने क्‍या किया?

  5. यदि आप योना होते, तो क्‍या आप नीनवे जाने से डरते? क्‍या आप परमेश्वर के सामने से भाग जाते?

कहानी की पृष्‍टभूमि :

  • योना उस समय रहता था जब इस्राएल में यारोबाम द्वितीय राजा था (2 राजा 14:25)। इस समय के दौरान इस्राएल धनी था तथा आकार में फैलता जा रहा था। अश्‍शूर देश में नीनवे एक विशाल नगर था। बाद में, अश्‍शूर देश ने इस्राएल पर विजय प्राप्त कर ली और इस्राएल को बर्बाद कर दिया।

  • बाइबल बताती है कि योना एक विशाल मछली द्वारा निगल लिया गया किन्‍तु तब उसे सूखी भूमि पर छोड़ दिया गया। अनेक संस्कृतियां विशाल समुद्री दैत्यों में विश्‍वास करती थीं जो उनके देवताओं का प्रतिनिधित्‍व करते थे। मल्लाह जानते थे कि केवल एक सत्य परमेश्वर ही तूफान शान्‍त कर सकता था और मछली भेज सकता था जिसने योना को निगल लिया।

  • निर्गमन 34:6 में परमेश्वर घोषणा करता है कि वह ‘‘दयालु और अनुग्रहकारी, क्रोध करने में धीरजवन्‍त, और अति करूणामय और सत्‍य है।’’ इस घटना में परमेश्वर ने बेबदल चरित्र को दिखाया।

  • योना की पुस्‍तक हमें स्मरण दिलाती है कि परमेश्‍वर की इच्छा है कि प्रत्‍येक मनुष्‍य पापों से पश्‍चात्‍ताप करें तथा उस सच्चे परमेश्‍वर पर विश्‍वास करें जो, ‘‘अनुग्रहकारी, दयालु, क्रोध करने में धीरजवन्‍त, अति करूणामय और सत्‍य है।’’