कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है

परमेश्वर का शमूएल को बुलाना

यह डाऊनलोड वीडियो की ओर से है। वीडियो के अन्‍तर्गत ‘डाऊनलोड’ क्लिक करें तब अपने निश्‍चय का चुनाव करें। 


वीडियो के विषय में :

हन्ना सदैव से एक सन्तान चाहते थे। एक दिन, जब वह परमेश्वर की आराधना कर रही की तथा बलिदान चढ़ा रही थी, उसने परमेश्वर से अपने सम्पूर्ण हृदय से एक सन्‍तान देने के लिए प्रार्थना की। परमेश्वर ने उसकी प्रार्थनाएं सुनी और शीघ्र ही उसने शमूएल नामक एक बालक को जन्म दिया। हन्‍ना ने परमेश्वर से प्रतिज्ञा की कि शमूएल का पालन पोषण मन्दिर में ही होगा तथा वह अपने जीवन भर परमेश्वर की सेवा करेगा। जैसी प्रतिज्ञा हन्‍ना ने की थी ठीक उसके अनुसार, बालक शमूएल एली नामक महायाजक के साथ मन्दिर में रहने के लिए चला गया।
एक रात, एली तथा शमूएल मन्दिर में परमेश्वर के सन्दूक के पास सो रहे थे। रात के मध्य में, शमूएल ने किसी की आवाज उसका नाम पुकारते हुए सुनी। वह उठ बैठा और दौड़कर एली महायाजक के पास गया और बोला, ‘‘मैं यहाँ हूँ।’’  क्‍या अपने मुझे बुलाया? किन्तु एली ने एमूएल को नहीं पुकारा था इसलिए उसने शमूएल से वापस अपने पलंग पर जाने को कहा। ऐसा दो बार और हुआ। अन्त में एली ने शमूएल से कहा कि यदि उसे दोबारा आवाज सुनाई दे तो वह ये कहे, ‘‘कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है।’’ 
अगली बार, शमूएल को परमेश्वर की ओर से एक दर्शन मिला। परमेश्वर द्वारा दिए गए उस समाचार को सुनना कठिन था। परमेश्वर ने कहा कि वह एली महायाजकों और उसके पापी पुत्रों का न्याय करने जा रहा है। अगली सुबह शमूएल ने परमेश्वर की भविष्यवाणी को एली को बता दिया।
परमेश्वर ने भविष्य में शमूएल से बातें करना जारी रखा, और वह एक बुद्धिमान और प्रमुख याजक बन गया। परमेश्वर ने शमूएल से इस्राएल का पहला राजा बनने के लिए शाऊल का अभिषेक करने को कहा। बाद में, जब शाऊल राजा ही था, परमेश्वर ने इस्राएल का दूसरा राजा बनने के लिए एक युवा चरवाहे का अभिषेक करने को कहा। यह लड़का दाऊद था तथा शाऊल की मृत्यु के पश्चात्, दाऊद इस्राएल का महानतम राजा बया।

विचार करने योग्‍य प्रश्न :

  1.  आप क्‍या सोचते हैं कि शमूएल का मन्दिर में पालन पोषण उचित और ठीक था? (कैसा था?) 

  2. आप क्‍या सोचते हैं कि जब शमूएल को पता चला होगा कि परमेश्वर उसे पुकार रहा है तो उसे कैसा अनुभव हुआ होगा?

  3. शमूएल ने उस सन्देश का क्या किया जिसे परमेश्वर ने उसे दिया था? 

  4. शमूएल परमेश्वर के प्रति कैसे (किस प्रकार) विश्वासयोग्य था?

कहानी की पृष्‍टभूमि :

  • धर्मशास्त्र बाइबल में परमेश्वर यहां तक कि एक बांझ स्‍त्री द्वारा सन्‍तान मांगने की बिनती का उत्तर देता है। परमेश्वर की कहानी में ऐसे बच्चों ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उदाहरण के लिए अब्राहम की पत्नी सारा के तब तक बालक उत्पन्न नहीं हुआ जब तक कि परमेश्वर ने आश्चर्यकर्म नहीं किया।

  • इस्राएला के राजाओं को स्थापित करने में शमूएल का नेतृत्व अत्यन्‍त महत्वपूर्ण था। परमेश्वर की बात सुनने तथा परमेश्वर द्वारा उसे दिए गए कार्य को पूरा करने में शमूएल ने विश्वासयोग्यता दिलाई।

  • दाऊद राजा, जिसका अभिषेक शमूएल ने किया था, एक महान राजा बना। परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि दाऊद के वंश से मसीह आएगा। मत्ती 1:1 चीशु को मसीह तथा दाऊद के पुत्र एवं अब्राहम की सन्तान के रूप में वर्णन करता है।

हवाला - 1 शमूएल 3